वैश्विक खाद्य सुरक्षा में जान फूँकने के लिये, पौध स्वास्थ्य अहम
स्वस्थ पौधों में, भुखमरी का ख़ात्मा करने, निर्धनता कम करने, पर्यावरण की संरक्षा करने, और आर्थिक विकास में जान फूँकने की शक्ति है.
ध्यान रहे कि हम जो कुछ खाते हैं, उसका 80 प्रतिशत हिस्सा पौधों से ही आता है, और जितनी ऑक्सीजन हम अपनी साँसों में खींचते हैं, उसका 98 प्रतिशत हिस्सा पौधों से ही आता है, मगर इसके बावजूद, बहुत से मामलों में पौधों के लिये जोखिम लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, हर साल पौधों में लगने वाले कीड़ों और बीमारियों के कारण, लगभग 40 प्रतिशत खाद्य उपज बर्बाद हो जाती है, और इससे खाद्य सुरक्षा व कृषि दोनों ही प्रभावित होते हैं, जोकि कमज़ोर हालात में रहने वाले ग्रामीण समुदायों की आय का मुख्य स्रोत होते हैं.
जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियाँ भी पारिस्थितिकी में फेरबदल कर रही हैं और जैव विविधता को नष्ट कर रही हैं जबकि कीड़े-मकौड़ों के फलने-फूलने के लिये अनुकूल परिस्थितियाँ भी बना रही हैं.
संगठन का कहना है कि इससे भी ज़्यादा अहम बात ये है कि पौधों को कीड़ों-मकौड़ों और बीमारियों से बचाना, पौधों की स्वास्थ्य आपदाओं का सामना करने की तुलना में कहीं ज़्यादा प्रभावशाली है.
ऐसा इसलिये है क्योंकि कीड़े-मकौड़े व बीमारियाँ जब एक बार पौधों में लग जाते हैं तो उनका उन्मूलन अक्सर कठिन होता है, और उन पर नियंत्रण करने क लिये टिकाऊ कीटनाशक प्रबन्धन की ज़रूरत होती है.
पौधों पर मानव स्वास्थ्य निर्भर
खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के महानिदेशक क्यू डोंगयू का कहना है, “इस प्रथम अन्तरराष्ट्रीय पौध स्वास्थ्य दिवस पर, हम खाद्य सुरक्षा के लिये पौध स्वास्थ्य नवाचार पर ग़ौर कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि इनसानों की भोजन ख़ुराक में टिकाऊ और सहनशील इज़ाफ़ा करने के लिये और शोध में और ज़्यादा संसाधन निवेश करने होंगे.
“हमें कृषि आधारित खाद्य प्रणालियों को ज़्यादा कुशल, ज़्यादा समावेशी, ज़्यादा सहनशील और ज़्यादा टिकाऊ बनाने के लिये, पौध स्वास्थ्य के वैश्विक रूप में लगातार इज़ाफ़ा करते रहना होगा.”
पौध संरक्षण इनसानों और पृथ्वी ग्रह के लिये बहुत अनिवार्य है, और यही कारण है कि यूएन खाद्य व कृषि संगठन ने पौध स्वास्थ्य के लिये अनेक प्राथमिकताओं की निशानदेही की है, जो इस प्रथम दिवस से भी मेल खाती हैं.
अन्तरराष्ट्रीय दिवस
वर्ष 2020 को अन्तरराष्ट्रीय पौध स्वास्थ्य वर्ष मनाए जाने के बाद, अन्तरराष्ट्रीय पौध स्वास्थ्य दिवस (IDPH) मनाने का उद्देश्य, इस बारे में जागरूकता बढ़ाना है कि पौध स्वास्थ्य संरक्षण के माध्यम से, किस तरह भुखमरी का ख़ात्मा किया जा सकता है, निर्धनता कम की जा सकती है, जैव विविधता और पर्यावरण का संरक्षण हो सकता है, और आर्थिक विकास में जान फूँकी जा सकती है.
संगठन, इस वर्ष ये प्रथम दिवस मनाए जाने के बाद, हर वर्ष 12 मई को वैश्विक, क्षेत्रीय, देशों में राष्ट्रीय स्तर पर और सम्भवतः आपके निकट ही, खेतों के स्तर पर समारोह आयोजित करेगा.